अटल से बेटे पर भारत माता भी  करती है गर्व


                भोपाल। गीता में एक श्लोक है, जिसमें बताया गया है कि भगवान को कैसे भक्त पसंद हैं। अटलजी के व्यक्तित्व में वे सारे गुण मौजूद थे। सहजता, सबको प्रेम करने वाले। भारतमाता के लिए जिंदगी न्यौछावर कर देने वाले। देश को विकास की नई ऊंचाईयों पर ले जाने वाले। भाजपा को नया स्वरूप प्रदान करने वाले। भारत माता को भी अपने इस पुत्र पर नाज है। अटलजी जैसे लोग कभी मरते नहीं, अमर होते हैं। वे हमारी प्रेरणा हैं, ऐसे अटलजी के चरणों में हम सब प्रणाम करते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही।


                पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर शुक्रवार को प्रदेश भाजपा ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी संभागीय एवं जिला केंद्रों पर श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की गईं। भोपाल में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी स्व. अटलजी का स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।


अद्भुत वक्ता थे अटलजी


                 चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलजी को याद करते हुए कहा कि वे अद्भुत वक्ता थे। बात करने की उनकी अपनी शैली थी। उनके इसी गुण के कारण उन्हें कांग्रेस सरकार के समय संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेता बनाया गया। संसद में जब वे बोलते थे, तो सन्नाटा छा जाता था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में भाषण देकर मातृभाषा का मान बढ़ाया।


सारी दुनिया में मिलता था सम्मान


                यह अटलजी के व्यक्तित्व की विशेषता थी कि उन्हें सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में वैसा ही सम्मान मिलता था। प्रधानमंत्री बनने के बाद जब वे अमेरिका गए, तो वहां की संसद में वेदमंत्रों के उच्चारण के साथ उनका स्वागत किया गया। उस समय इस तरह का स्वागत बिरले ही नेताओं का किया जाता था। अटलजी सारी दुनिया के दिलों में राज करते थे।


अटलजी नहीं झुके, दुनिया को झुकना पड़ा


                 चौहान ने कहा कि अटलजी जब प्रधानमंत्री बने, उस समय अमेरिका को सीआईए पर बहुत नाज था। अमेरिकी मानते थे कि नासा के उपग्रहों के जरिए पूरी दुनिया उनकी नजरों में हैं। लेकिन 1998 में अटलजी ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कराया और किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई। इससे बौखलाकर अमेरिका ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए, लेकिन अटलजी झुके नहीं। आखिरकार दुनिया को ही भारत के सामने झुकना पड़ा और सारे प्रतिबंध हटा लिए गए।


अपने कामों से याद किए जाएंगे अटलजी


                 चौहान ने कहा कि अटलजी भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वे अपने कामों से हमेशा याद रखे जाएंगे। उन्होंने भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाया। अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा, इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास, मानव संसाधन विकास ये अटलजी के संकल्प थे। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना शुरू की, जिसने देश की कायापलट दी। गांव-गांव पक्की सड़कों से जुड़ गया। देश में विश्वस्तरीय हाईवे बने। उनके सारे काम गिनाएं तो घंटे लग जाएंगे। पानी रोको-पानी बचाओ, पर्यावरण की चिंता करो, भारतीय संस्कृति को पल्लवित करो ये सभी अटलजी के संकल्प थे। उन्होंने भारतीय राजनीति में ऐसा सुनहरा अध्याय जोड़ा कि पूरा देश फक्र करता है।


फूलों से कोमल, वज्र से कठोर थे अटलजी


                1999 में कारगिल में घुसपैठ हुई, अटलजी ने पूरी कठोरता से घुसपैठियों को खदेड़ा। उस समय जो सैनिक कारगिल जैसी जगहों पर शहीद हो जाते थे, उनके शव उनके घर नहीं भेजे जाते थे, वहीं अंतिम संस्कार कर दिया जाता था। लेकिन अटलजी ने शहीद सैनिकों के शवों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की ताकि उनके परिजन उनके अंतिम दर्शन कर सकें। शहीदों को श्रद्धांजलि देने जनसमुदाय उमड़ने लगा और अटलजी ने देश में शहादत के मायने बदल दिए।


                इस अवसर पर पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, विश्वास सारंगप्रदेश प्रवक्ता आलोक संजर राहुल कोठारीजिला अध्यक्ष विकास विरानी सुमित ओरछानिगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, अनिल अग्रवालपूर्व विधायक  रमेश शर्मा, धु्रवनारायण सिंह, सुरेन्द्रनाथ सिंह, रामदयाल प्रजापति, जितेन्द्र पाल सिंह गिल, चेतन सिंह, वंदना जाचक, भावना सिंह, भगवानदास सबनानी, राजेन्द्र गुप्ता, अशोक सैनी सहित अन्य नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।