भोपाल। कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के युवाओं से बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। लेकिन यह सरकार न तो उन्हें बेरोजगारी भत्ता दे रही है और ना ही नौकरी उपलब्ध करा रही है। नौकरी के इंतजार में प्रदेश के युवा ओवरएज हुए जा रहे हैं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए 11 महीने हो गए हैं, लेकिन इस दौरान इस सरकार ने सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए एक भी विज्ञापन नहीं निकाला है। प्रदेश में स्थिति यह है कि सरकारी सेवाओं के कई पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार इन्हें भरने के लिए विज्ञापन जारी नहीं कर रही है। नौकरी का इंतजार करते-करते प्रदेश के लाखों युवा ओवरएज हुए जा रहे हैं। चौहान ने कहा कि हम कमलनाथ सरकार से मांग करते हैं कि वह प्रदेश के युवाओं की चिंता करते हुए नौकरियों के विज्ञापन जारी करे और भर्ती की प्रक्रिया शुरू करे।
इस सरकार ने जानवरों को भी नहीं बख्शा
चौहान ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आते ही संबल योजना बंद कर दी। गरीब जनता के हित में लागू की गई सारी योजनाएं बंद कर दीं। पहले इस सरकार ने गरीब इंसानों को निशाना बनाया और अब तो ये मूक जानवरों को भी नहीं बख्श रही है। इस सरकार ने मूक पशुओं के उपचार के लिए भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई पशु संजीवनी योजना में भी फीस का प्रावधान कर दिया है, जिससे उनका इलाज मुश्किल हो जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने दबाव में किया था गलत निर्णय
विधायक प्रहलाद लोधी को हाईकोर्ट से मिलने पर चौहान ने कहा कि हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और न्याय के मंदिर में हमें न्याय मिला है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने पार्टी के दबाव में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर, जल्दबाजी में लोधी की बर्खास्तगी का गलत निर्णय लिया था। अब माननीय उच्च न्यायालय ने स्टे दे दिया है और लोधी की विधानसभा की सदस्यता बरकरार रहेगी। चौहान ने उम्मीद जताई कि विधानसभा अध्यक्ष आसंदी की गरिमा पर आंच नहीं आने देंगे और लोधी की सदस्यता बरकरार रखेंगे।