मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। नागरिक कानून के विरोध में गुरुवार से शुरू हुआ हुआ विरोध उत्तर प्रदेश की शांति पर ग्रहण बन बैठ गया है। शुक्रवार को हुए बवाल में गोली लगने से मरने वालों को मुआवजे सहित कई मांगों को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन शनिवार को अचानक हिंसक हुई भीड़ ने यतीमखाना पुलिस चौकी में आग लगा दिया। जिससे वहां खड़ी पुलिस की दो कारें व दो बाईकें जल गयीं। उपद्रवियों द्वारा की गई फायरिंग में दो सिपाहियों को गोली लगी, जबकि एक सिपाही प्रवीण और सीओ सैफुद्दीन पथराव में घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह से भीड़ को खदेड़ा और बिजली काट दी। आगजनी के समय चाकी इंचार्ज मोहम्मद आरिफ अंदर ही फंस गए। उन्हें किसी तरह बचाया गया। अंधेरा होने के बाद गलियों से पथराव और फायरिंग शुरू हो गया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने भीड़ को यतीमखाना चौराहे से आगे तक खदेड़ दिया। अंधेरे का फायदा उठाकर उपद्रवियों ने पुलिस पर पेट्रोल बम फेंकना शुरू कर दिया।एक धार्मिक स्थल सहित तमाम घरों से पत्थर चलने लगे। जगह-जगह से फायरिंग होने लगी। जब तक पुलिस को कुछ समझ आता तब तक गाजियाबाद निवासी सिपाही अर्पित के कंधे में गोली लग गई। एक अन्य सिपाही की कमर में गोली लगी है। यतीमखाना और हलीम मुस्लिम पर बवाल चल ही रहा था कि तब तक नई सड़क पर भी पथराव शुरू हो गया। यहां भी पुलिस ने उपद्रवियों को किसी तरह से खदेड़ा। नई सड़क के अलावा भी कई जगहों पर पत्थर चले। रामपुर में भी नागरिकता संशोधन कानून का विरोध शनिवार को भड़क गया। रामपुर में ईदगाह जा रही भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ को रोक रहे पुलिस वालों पर भी भीड़ ने हमला बोल दिया। पुलिस की आधा दर्जन बाइक भी फूंके जाने की सूचना मिली है। दोनों ओर से फायरिंग जारी है। इस हिंसक प्रदर्शन में एक शख्स की मौत हो गई है। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस रबर बुलेट और उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। शनिवार को ही अफवाह फैली की शुक्रवार को नागरिक संशोधन कानून के विरिध में घायल एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जिसके बाद वर्ग विशेष के लोगों में आक्रोश फैल गया। इसके बाद लोग हिंसा पर उतर आए। भीड़ ने यहां दो बाइकें भी फूंक दी हैं। डीएम और एसपी ने हिंसा को देखते हुए कोतवाली में डेरा जमा लिया है। अचानक बिगड़े माहौल से लोगों में दहशत फैल गई है। जामा मस्जिद में इसके विरोध में लोगों की भीड़ जुटने लगी है। लखनऊ में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान उपद्रव करने वालों की शनिवार को भी गिरफ्तारी का दौर चालू रहा। दोपहर में पुलिस ने अकबरी गेट से एक दुकानदार लईक स्टोव दुकानदार को हिरासत में लिया, जिसके बाद बवाल शुरू हो गया। विरोध में व्यापारियों ने दुकाने बंद कर दी और सड़क पर उतर आए। हंगामा बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस समझाने का प्रयास करती रही लेकिन लोग युवक को छोड़ने की बात पर अड़े रहे। दो घंटे चले हंगामे के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया, जिसके बाद हंगामा शांत हुआ। तनाव को देखते हुए इलाके में फोर्स तैनात की गई है। अलीगढ़ में शनिवार को भी दिन भर उपद्रवी और पुलिस के बीच लुका-छिपी चलती रही।जौनपुर में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून का विरोध प्रर्दशन के बाद बवाल करने वाले तीन उपद्रवीयों मोहम्मद अजहर पुत्र नजरुल बारी निवासी मंडी नसीब का थाना कोतवाली जौनपुर , सलमान पुत्र अनीश अहमद निवासी रिजवी खां कोतवाली जौनपुर ,मोहम्मद फहीम उर्फ संजू पुत्र वसीम निवासी पुरानी बाजार कोतवाली जौनपुर को धारा 147,148, 149, 323 ,333,336 ,353 ,504 ,506, 188 भादवि व 7 सीएलए एक्ट के तहत पुलिस ने आज गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
शनिवार को भी जले कानपुर और रामपुर