हाजीपुर : संरक्षा और यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता के साथ बिहार में वर्तमान में नई लाइन , आमान परिवर्तन , दोहरीकरण , विद्युतीकरण सहित कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किया जा रहा है । रेल अवसंरचना का विकास भारतीय रेल का महत्वपूर्ण लक्ष्य है । वर्तमान में 71 , 795 करोड़ रूपए की लागत से बिहार राज्य के 4952 किलोमीटर की लंबाई को कवर करते हुए 55 रेल परियोजनाएं ( 36 नई लाइनें , 05 आमान परिवर्तन तथा 14 दोहरीकरण परियोजना ) योजना / अनुमोदन / निष्पादन के विभिन्न चरण में है । इनमें से 1256 किलोमीटर का कार्य पूरा किया जा चुका है । मार्च , 2019 तक स्वीकृत राशि में से 20 , 294 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं । इन परियोजनाओं के लिए चालू वित्त वर्ष अर्थात 2019 - 20 में 2403 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है ।
रेल परियोजनाओं का तय समय पर पूरा होना कई कारकों पर निर्भर करता है । जैसे राज्य सरकार द्वारा त्वरित भूमि अधिग्रहण , वन विभाग के अधिकारियों द्वारा फॉरेस्ट क्लीयरेंस , जमीन के नीचे और उपर विविध प्रकार की बाधाओं की शिपिटिंग प्रमुख है । इसी तरह विभिन्न प्राधिकरणों से वैधानिक मंजूरी , क्षेत्र की भौगोलिक और स्थलाकृति स्थिति , परियोजना स्थल पर कानून व्यवस्था की स्थिति , जलवायु , वातावरण , भूकंप , बाढ़ , अत्यधिक वर्षा , श्रमिकों की हड़ताल जैसी अप्रत्याशित परिस्थितियों का सामना करना , काम करने वाली एजेंसियों / ठेकेदारों आदि की कार्यक्षमता इत्यादि । ये सभी कारक अलग - अलग परियोजनाओं को अलग - अलग कारणों से परियोजनाओं के तय समय और लागत को प्रभावित करते हैं ।
बिहार राज्य की रेल परियोजनाएं
- बिहार राज्य में रेल परियोजनाओं के निर्धारित समय पर पूरा करने एवं संरक्षा संबंधी कार्यों के लिए वर्ष 2014 - 19 में औसत बजट आवंटन 3061 करोड़ रूपए है । यह आवंटन वर्ष 2009 - 14 के औसत बजट आवंटन रूपए 1132 करोड़ की तुलना में 270 प्रतिशत अधिक है ।
- वर्ष 2019 - 20 में बिहार की रेल परियोजनाओं एवं संरक्षा कार्यों के लिए 4093 करोड़ रूपए बजट का आवंटन किया गया । यह आवंटन वर्ष 2009 - 14 में आवंटित बजट राशि रूपए 1132 करोड़ रूपए की तुलना में 362 प्रतिशत अधिक है । वर्ष 2009 - 14 के दौरान प्रतिवर्ष 64 किलोमीटर के वार्षिक औसत से नई लाइन , आमान परिवर्तन तथा दोहरीकरण कार्य के तहत् कुल 318 किलोमीटर ( 150 किलोमीटर नई लाइन , 160 किलोमीटर आमान परिवर्तन तथा 8 किलोमीटर दोहरीकरण ) का कार्य पूरा किया गया ।
- वर्ष 2014 - 19 के मध्य प्रतिवर्ष 139 किलोमीटर के वार्षिक औसत से नई लाइन , आमान परिवर्तन तथा दोहरीकरण कार्य के तहत् कुल 695 किलोमीटर ( 240 किलोमीटर नई लाइन , 280 किलोमीटर आमान परिवर्तन तथा 175 किलोमीटर दोहरीकरण ) का कार्य पूरा किया गया जो 2009 - 14 के दौरान पूरे किए गए कार्य की तुलना में 218 प्रतिशत अधिक है ।
इनमें निम्न तीन परियोजनाएं शामिल हैं :
- 54 , 759 करोड़ रूपए की लागत से 3008 किलोमीटर की लंबाई के 36 नई लाइन परियोजना पर भी कार्य जारी है । इनमें से मार्च , 2019 तक 472 किलोमीटर का कार्य पूरा भी कर लिया गया है और मार्च , 2019 तक 13 , 881 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं ।
- 5462 करोड़ रूपए की लागत से 1007 किलोमीटर की लंबाई के 5 आमान परिवर्तन पर कार्य जारी है । इनमें से मार्च , 2019 तक 716 किलोमीटर का कार्य पूरा भी कर लिया गया है और मार्च , 2019 तक 3772 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं ।
- 11 , 574 करोड़ रूपए की लागत से 937 किलोमीटर की लंबाई के 14 दोहरीकरण परियोजना पर भी कार्य जारी है । इनमें से मार्च , 2019 तक 68 किलोमीटर का कार्य पूरा भी कर लिया गया है और मार्च , 2019 तक 2641 करोड़ रूपए व्यय किए जा चुके हैं ।