यूपी में भी हिंसक हो सकता है नागरिकता कानून का विरोध!


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। नागरिकता कानून के विरोध में प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी दल समाजवादी पार्टी 19 दिसंबर को प्रदेश के सभी जिलामुख्यालयों पर प्रदर्शन की घोषणा किया है। इसके पहले कांग्रेस ने 11 दिसंबर को प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन किया था, लेकिन जनसमर्थन न मिलने के कारण पता भी नहीं चल पाया। कांग्रेस ने 14 दिसंबर को दिल्ली भारत बचाओ रैली का आह्वान किया था लेकिन वह शांतिपूर्ण निपट गया।19 दिसंबर को होने वाला समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन हिंसात्मक हो सकता है। बसपा और समाजवादी पार्टी की सरकार में प्रदेश के जिन जिलों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के सक्रिय होने की सूची जारी की गई थी उन जिलों में शांति व्यवस्था स्थापित रखना योगी सरकार के लिए चुनौती बन गयी है। मुख्यमंत्री रहते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने प्रदेश के 27 जिलों में आईएसआई के सक्रिय होने की लिस्ट दिया था। जब अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने 32 जिलों में आईएसआई की सक्रियता की लिस्ट विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दिया था। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों का नाम था। इस संदर्भ में वरिष्ठ पत्रकार योगेश नारायण ने बताया कि  मैं दोनों बार सदन की कार्यवाही को कबर कर रहा था। मुझे जितना याद आ रहा है उसके हिसाब से मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, अलीगढ़, आगरा, बुलंदशहर, बिजनौर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर,  सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अम्बेडकर, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोरखपुर, महराजगंज, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, भदोही, प्रयागराज, और प्रतापगढ़ के नाम शामिल थे। सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों ने यूपी सरकार को अलर्ट कर दिया है कि 19 दिसंबर को जिस दिन समाजवादी पार्टी नागरिक कानून के विरोध में जिलेवार प्रदर्शन करेगी उस दिन अतिरिक्त सतर्कता की आवश्कता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि समय रहते अराजक तत्वों पर शिकंजा नहीं कसा गया तो प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। नागरिकता कानून के खिलाफत की आड़ में यूपी विधानसभा के शीत सत्र के में हंगामा होगा। चार दिन तक चलने वाला यह सत्र 17 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा। सेकुलरिज्म का ढिंढोरा पीटने वाले कई दल एक-एक कर सदन में इसके विरोध करके सड़क पर उतरने की तैयारी करेंगे। चूंकि योगी सरकार अपना आधा से कार्यकाल लगभग पौने तीन वर्ष पूरा कर लिया है। इस लिए 24 घण्टे राजनीति में सराबोर रहने वाले राज्य की विपक्षी पार्टियां अब कमरे से बाहर निकलने कोई अवसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम हो गया है। हम शीत सत्र में विधानसभा के पटल पर एक-एक कर सरकार की नाकामी और जनविरोधी सभी मुद्दों को उठाऊंगा।