भोपाल। नागरिक संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस और सारे विपक्षी दल दुष्प्रचार कर रहे हैं। जनता को भ्रमित किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जनजागरण अभियान के माध्यम से सकारात्मक तरीके से कांग्रेस को जवाब दें। घर-घर जनसंपर्क कर नागरिकता संशोधन कानून की सच्चाई से जनता को अवगत कराएं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने रविवार को अरेरा काॅलोनी में घर-घर जनसंपर्क अभियान की शुरूआत करते हुए कही।
नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को 10 दिवसीय घर-घर जनसंपर्क अभियान की शुरूआत की। प्रदेश भर में पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर परिवारों से संपर्क किया। भोपाल में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अरेरा काॅलोनी के रहवासियों से संपर्क कर अभियान की शुरूआत की। प्रदेश अध्यक्ष ने परिवारों से संपर्क कर सीएए की जानकारी का साहित्य भेंट किया और टोल फ्री नंबर 8866288662 पर मिस्डकाॅल भी करवाया। राकेश सिंह के साथ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, विजेश लूणावत, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संजय गोविंद खोचे, धु्रवनारायण सिंह, प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी, जिला अध्यक्ष विकास विरानी सहित कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कांग्रेस ने शुरू किया हिन्दू-मुस्लिम के बीच दीवार बनाने का अभियान
राकेश सिंह ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में जो अल्पसंख्यक धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। उनकी बहू-बेटियों के साथ बलात्कार, पुरूषों की हत्याएं हो रही हैं, धर्म परिवर्तन के लिए उन्हें विवश किया जा रहा है। ऐसे सभी अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने के लिए यह कानून बना है। उन्होंने कहा कि इन प्रताड़ित लोगों के लिए महात्मा गांधी और कांग्रेस के अनेक नेताओं ने पैरवी की और कहा कि धार्मिक प्रताड़ना के आधार पर जिन लोगों पर जुर्म हो रहा है, उन्हें नागरिकता देनी चाहिए। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने सीएए बिल के माध्यम से तीन देशों के पीड़ित धार्मिक आधार पर प्रभावित लोगों की सुध ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति प्रारंभ की है। सीएए का दुष्प्रचार कर कांग्रेस ने देश के मुस्लिम और हिन्दू भाईयों के बीच दीवार बनाने का अभियान शुरू किया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी जनजागरण अभियान के माध्यम से कांग्रेस के मंसूबों को घर-घर जाकर विफल करेगी।
कमलनाथ लगातार जनता से झूठ बोल रहे
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार सीएए को लेकर वोट बैंक की राजनीति को भुनाने का पूरा प्रयास कर रही है। नागरिकता देना केंद्र सरकार का विषय है, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ का यह कहना कि सीएए को एमपी में लागू नहीं होने दिया जाएगा, हास्यास्पद है। मुख्यमंत्री कमलनाथ संवैधानिक पद पर बैठे हैं, उन्हें ज्ञात है कि नागरिकता उनके अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है, फिर भी वह जनता से लगातार झूठ बोल रहे हैं। मुस्लिम भाईयों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने अपील करते हुए कहा कि संविधान विशेषज्ञों और केंद्र सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि सीएए से किसी की भी नागरिकता जाने वाली नहीं है। यह कानून नागरिकता देने का है, लेने का नहीं। जबकि कांग्रेस लगातार भ्रम फैला रही है।
जनता ने किया समर्थन, कहा-प्रताड़ितों को शरण देना हमारी परंपरा
राकेश सिंह ने जनसंपर्क अभियान के तहत अरेरा काॅलोनी के रहवासी प्रमोद गुमड़े, विकास ठाकुर, आर.सी.परमार, तृप्ति महोबे, सुषमा ठाकुर के परिवार से मिलकर उन्हें सीएए का साहित्य भेंट किया। उन्होंने कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ की जानकारी दी। नागरिकों ने सीएए का समर्थन करते हुए नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। तृप्ति महोबे ने कहा कि कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून को लेकर यह भ्रम फैला रही है कि यह मुस्लिमों के विरोध में है, जबकि शिक्षित मुस्लिम वर्ग इस कानून के समर्थन में है, क्योंकि उन्होंने इस कानून के बारे में पढ़ा है और वह इसे भलिभांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि हम नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हैं, क्योंकि यह देश हित का निर्णय है। अन्य देशों के धार्मिक आधार पर प्रताड़ित लोगों को शरण देना भारत की परंपरा रही है। इस आधार पर पाकिस्तान के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर सुमित रधुवंशी, सुनील पाण्डे, राजेन्द्र गुप्ता, अंशुल तिवारी, अश्वनी राय, सुधीर जाचक सहित पार्टी के जिला पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार प्रदेश के किसानों, युवाओं और हर वर्ग पर अत्याचार करने का काम रही है। कांग्रेस के निशाने पर सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं। माफीया उन्मूलन के नाम पर चुन-चुनकर केवल भाजपा के कार्यकर्ताआंे को निशाना बनाया जा रहा है। वैध कागज होने पर भी कार्यकर्ताओं के घर और मकान तोड़े जा रहे हैं और उनसे कहा जा रहा है कि यदि आप कांग्रेस की सदस्यता लेंगे तो आपको कुछ नहीं होगा। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रशासन के इसी रवैये का विरोध करने पर उनके तथा कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक दबाव में मुकदमा दर्ज किया गया है, जोकि निंदनीय है। भाजपा इसके विरोध में मोर्चा खोलेगी।
भाजपा कार्यकर्ता सरकार के भय और दबाव में नहीं आने वाले
उन्होंने कहा कि इंदौर में जब पार्टी कार्यकर्ताओं के मकान तोड़े जा रहे थे, तब कैलाश विजयवर्गीय पार्टी नेताओं के साथ कमिश्नर और अन्य अधिकारियों से बात करना चाहते थे, जिसके लिए पहले से पत्र दिया गया। लेकिन कोई भी अधिकारी मिलने नहीं आया। क्योंकि उन्हें पता था कि वह जो कार्यवाही कर रहे हैं, उसके लिए उनके पास कोई भी जवाब नहीं है। अधिकारियों के इस रवैये के बाद विजयवर्गीय और हमारे पार्टी नेता धरने पर बैठे, लेकिन प्रशासन ने उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव ने अपराधिक मुकदमा दर्ज किया है, यह घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सरकार के भय और दबाव में नहीं आने वाले। वह मुखरता के साथ जनता की आवाज उठांएगे। भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी।