मुरैना। नरेंद्र मोदी ने देश में विकास की बयार ला दी है, आज देश के हर गरीब के पास उसका अपना मकान है, हर गरीब के पास गैस कनेक्शन है, हर घर में बिजली है, पीने का पानी पहुँच रहा है। और यह बात कांग्रेस को हजम नहीं हो रही और वह इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। इसलिए कांग्रेस मोदी सरकार के हर निर्णय का विरोध कर रही है जो देश हित में उस मुद्दे का विरोध कर रही है, जिसे मोदी सरकार ने देश हित में लिया है। नागरिकता संशोधन कानून के मामले में भी कांग्रेस जबरन देश के नागरिकों को गुमराह करने की असफल कोशिश कर रही है। लेकिन हमें इनके मंसूबों को कभी पूरे नहीं होने देना है। यह बात नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मुरैना में प्रबुद्धजन संगोष्ठी में कही।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांगे्रस भ्रम फैला रही है। भारतीय जनता पार्टी जनजागरण अभियान के माध्यम से जनता तक इस कानून की सच्चाई पहुंचा रही है। देश भर में सीएए के समर्थन में रैली, मार्च, घर-घर संपर्क और प्रबुद्धजन सम्मेलन आयोजित हो रहे हैं। रविवार को मुरैना में नरेंद्र सिंह तोमर ने सीएए के समर्थन में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया और घर-घर संपर्क अभियान में भाग लिया।
एनआरसी राजीव गांधी के समय सही, मोदीजी के समय गलत कैसे?
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एनआरसी केे विषय से भारत के लोगों का कोई लेना देना नहीं है, बांग्लादेश से आये घुसपैठियों से आसाम की संस्कृति को खतरा था, वहाँ राजनैतिक परिदृश्य को खतरा था। आसाम के लोग भी चाहते थे कि घुसपैठियों को बहार करो और आसाम को बचाओ। इसलिए वहां पर एनआरसी लाया गया। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी ने कहा था कि हम एनआरसी लाएंगे, लेकिन मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूँ कि जब राजीव गाँधी एनआरसी लाना चाहते थे तब यह सही था और आज जब मोदी ने कहा कि हम एनआरसी लाएंगे और घुसपैठियों को बाहर करेंगे तब यह गलत कैसे हो गया ? उन्होंने कहा कि एनआरसी सिर्फ घुसपैठियों के खिलाफ है, जो भारत का नागरिक नहीं है, जो भारत में चोरी-छुपे घुस आये हैं वह घुसपैठिया कहलाता है।
सीएए न संविधान विरोधी और न मुस्लिम विरोधी
तोमर ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक 2019, नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता लेने का नहीं। नागरिकता संशोधन कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसियों को भारत सरकार ने नागरिकता देने के लिए यह कानून बनाया है। यह ना तो संविधान विरोधी है और ना ही मुस्लिम विरोधी। कांग्रेस सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति और अपने हित साधने के लिए इस कानून का दुष्प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान के ननकाना साहब गुरुद्वारे पर हुए हमले ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत में इस कानून की कितनी जरूरत है।
विकास की बयार, कांग्रेस को हजम नहीं हो रहीः नरेंद्र सिंह तोमर