मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूछा है कि नागरिक कानून के विरोध की आड़ में जिन लोगों ने देश की सम्पत्ति जलाई उनसे कांग्रेस को इतनी सहानभूति क्यों है? जनता सब देख और समझ रही है। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने नागरिक कानून के विरोध में मरने वालों के परिजनों, घायलों और इसके विरोध की धार देने वालों से मिल रही हैं। लखनऊ में भीड़ को भड़काने के आरोपी पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी, व कांग्रेस के गिरफ्तार मुस्लिम कार्यकर्ता के घर गयी थीं। मेरठ में नागरिकता कानून के विरोध में मारे गये मुस्लिम आंदोलन कारियों के परिजनों से मिल कर उनकी हर सम्भव मदत करने की बात की हैं। कांग्रेस ने उपद्रवियों को वकील मुहैया कराने का भी वादा किया है। उधर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी एनआरसी का फार्म न भरने का ऐलान किया है। उधर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दोका सामना से बात-चीत में कहा है कि दंगाइयों द्वारा आगजनी, तोड़-फोड़ में जो क्षति की गई है उसकी क्षतिपूर्ति उन्ही दंगाइयों से की जाएगी जो सीसीटीवी फुटेज और वीडियो में चिन्हित हुए हैं। किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा, हिंसा फैलाने वालों को कानूनी तरीके से कार्यवाही करके ही दंडित किया जाएगा। सबको अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया है।