लखनऊ: बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्यदायी संस्था यूपीडा द्वारा कराया जा रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 296 किलोमीटर है। इसके निर्माण पर लगभग 15 हजार करोड़ रुपए की धनराशि व्यय होगी। एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप स्थित गांेडा गांव से प्रारम्भ होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए इटावा में आगरा एक्सप्रेस-वे जुड़ जाएगा।नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को जनपद चित्रकूट में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। इस अवसर पर भरतकूप स्थित गोंडा गांव में मोदी ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जन-जीवन को बदलेगा तथा इससे इस क्षेत्र का समग्र विकास होगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी, जिससे लोगों को रोजगार के विभिन्न अवसर प्राप्त होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे तथा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण करा रही है। इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भी कार्य योजना बनायी जा रही है। इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से उत्तर प्रदेश के विकास को नई गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र ‘मेक इन इण्डिया’ का केन्द्र बनने जा रहा है तथा इस क्षेत्र के प्राकृतिक सौन्दर्य व आध्यात्मिक स्थल होने के कारण यह पर्यटन का भी हब बनेगा। अब बुन्देलखण्ड केवल अपना ही नहीं अपितु पूरे देश का भाग्य बदलने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरीडोर की स्थापना करायी जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में रक्षा उत्पादों से सम्बन्धित विभिन्न उद्योग स्थापित होंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 10 हजार किसान उत्पादक संघों की परियोजना का शुभारम्भ भी किया। इस परियोजना के माध्यम से किसान अपने उत्पादों की बिक्री उचित दाम पर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक जनपदों में प्रत्येक विकास खण्ड में कम से कम एक एफ0पी0ओ0 का गठन कराया जाए। एफ0पी0ओ0 को भारत सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि यहां पर सफल एफ0पी0ओ0 की प्रदर्शनी भी लगायी गई हंै, जिसे सभी लोग देखें और एफ0पी0ओ0 का गठन करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार एक वर्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 8.5 करोड़ किसानों को 50 हजार करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई है। इसमें उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ किसान सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने तथा लागत घटाने के लिए भारत सरकार द्वारा कई कार्य किए गए हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए 16 सूत्रीय कार्यक्रम लागू किया गया है। किसानों के उत्पादों को न केवल मण्डी स्थलों अपितु देश व विदेश तक पहुंचाने के लिए देश के 22 हजार हाटों में आवश्यक आधारभूत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। फसल बीमा योजना में किसानों को जुड़ने के लिए स्वैच्छिक कर दिया गया है, जिससे अब किसान स्वेच्छा से फसल बीमा योजना से जुड़ रहे हैं। फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों द्वारा 13 हजार करोड़ रुपए प्रीमियम की धनराशि प्रदान की गई तथा बीमा कम्पनियों द्वारा किसानों को क्षतिपूर्ति के रूप में 56 हजार करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने वाले सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है, जिसमें 47 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। इस योजना के अन्तर्गत किसानों को चार प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है तथा अब किसानों को साहूकारों से ऋण नहीं लेना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चित्रकूट एक स्थान ही नहीं अपितु यह संकल्प स्थली और तपोस्थली है। यहां से भारत के समाज को नये आदर्श मिलते रहे हैं। यहां पर श्रद्धेय नाना जी देशमुख ने भारत को स्वावलम्बी बनाने का कार्य प्रारम्भ किया तथा ग्रामोदय से राष्ट्रोदय की परिकल्पना को साकार करने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन योजना प्रारम्भ की गई है। इससे 15 करोड़ परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। इस योजना का संचालन गांव के स्थानीय लोग ही करेंगे, जिसमें महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 09 राज्यों के 10 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान कर सम्मानित किया। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में यूपीडा द्वारा निर्मित एक्सप्रेसवेज के ले-आउट का अवलोकन किया। उन्होेंने एफ0पी0ओ0 तथा जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न अभियानों/योजनाओं से सम्बन्धित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के कालखण्ड में जिस पावन धरती पर सर्वाधिक समय व्यतीत किया था, उसी बुन्देलखण्ड की धरती को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने के लिए नरेन्द्र मोदी का आज आगमन हुआ है। भगवान श्रीराम के संकट के समय चित्रकूट सम्बल बना था। अयोध्या में शीघ्र भव्य राम मन्दिर बनेगा। उन्होंने कहा कि चित्रकूट धाम आध्यात्मिक व सांस्कृतिक नगरी के रूप में राष्ट्र ऋषी नानाजी देशमुख के उन सपनों को साकार करता हुआ दिखायी देगा, जिसके लिए उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना चित्रकूट में की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 15 हजार करोड़ रुपए से बनने वाले 296 कि0मी0 लम्बे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे से यहां के किसानों की आय दोगुनी होगी। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा तथा बुन्देलखण्ड विकास का माॅडल बनेगा। इसके निर्माण से डिफेंस काॅरिडोर को गति मिलेगी। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनने के साथ ही, डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर नौजवानों को रोजगार प्रदान करेगा। बुन्देलखण्ड का नौजवान अब पलायन नहीं करेगा। यहां पर बनने वाली तोपें दुश्मनों को परास्त करने का कार्य करेंगी।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में हर घर में नल योजना शीघ्र प्रारम्भ होगी, जिससे सभी परिवारों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से बुन्देलखण्ड के किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसके तहत किसानों को 6000 रुपए प्रतिवर्ष मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ 05 लाख किसानों के खाते में 11000 करोड़ रुपए सीधे पहुंच चुके हैं। उन्होंने किसान उत्पादक संगठनों के शुभारम्भ और किसान क्रेडिट कार्ड की चर्चा करते हुए कहा कि इनसे सभी किसानों के सपने साकार होंगे।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे इस क्षेत्र की तकदीर बदलने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार द्वारा 15 लाख करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। जो किसान समय पर ऋण वापस कर देंगे उन्हें मात्र चार प्रतिशत ही ब्याज देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कृषि व ग्रामीण विकास के लिए 03 लाख करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था की है तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का भी कार्य किया गया है।
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 40 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, कैलाश चैधरी, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नन्दी’, श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल ‘मन्नू कोरी’, लोक निर्माण राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना तथा यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे 4-लेन का होगा, जिसे भविष्य में 6-लेन का किया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे में 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर तथा 214 अण्डरपास का निर्माण किया जाएगा। इसकी संरचनाएं 6-लेन चैड़ाई की बनायी जाएंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार एक वर्ष में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत 8.5 करोड़ किसानों को 50 हजार करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई है। इसमें उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ किसान सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने तथा लागत घटाने के लिए भारत सरकार द्वारा कई कार्य किए गए हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए 16 सूत्रीय कार्यक्रम लागू किया गया है। किसानों के उत्पादों को न केवल मण्डी स्थलों अपितु देश व विदेश तक पहुंचाने के लिए देश के 22 हजार हाटों में आवश्यक आधारभूत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। फसल बीमा योजना में किसानों को जुड़ने के लिए स्वैच्छिक कर दिया गया है, जिससे अब किसान स्वेच्छा से फसल बीमा योजना से जुड़ रहे हैं। फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों द्वारा 13 हजार करोड़ रुपए प्रीमियम की धनराशि प्रदान की गई तथा बीमा कम्पनियों द्वारा किसानों को क्षतिपूर्ति के रूप में 56 हजार करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने वाले सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है, जिसमें 47 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। इस योजना के अन्तर्गत किसानों को चार प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है तथा अब किसानों को साहूकारों से ऋण नहीं लेना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चित्रकूट एक स्थान ही नहीं अपितु यह संकल्प स्थली और तपोस्थली है। यहां से भारत के समाज को नये आदर्श मिलते रहे हैं। यहां पर श्रद्धेय नाना जी देशमुख ने भारत को स्वावलम्बी बनाने का कार्य प्रारम्भ किया तथा ग्रामोदय से राष्ट्रोदय की परिकल्पना को साकार करने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जल जीवन मिशन योजना प्रारम्भ की गई है। इससे 15 करोड़ परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। इस योजना का संचालन गांव के स्थानीय लोग ही करेंगे, जिसमें महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने 09 राज्यों के 10 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान कर सम्मानित किया। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में यूपीडा द्वारा निर्मित एक्सप्रेसवेज के ले-आउट का अवलोकन किया। उन्होेंने एफ0पी0ओ0 तथा जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न अभियानों/योजनाओं से सम्बन्धित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के कालखण्ड में जिस पावन धरती पर सर्वाधिक समय व्यतीत किया था, उसी बुन्देलखण्ड की धरती को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने के लिए नरेन्द्र मोदी का आज आगमन हुआ है। भगवान श्रीराम के संकट के समय चित्रकूट सम्बल बना था। अयोध्या में शीघ्र भव्य राम मन्दिर बनेगा। उन्होंने कहा कि चित्रकूट धाम आध्यात्मिक व सांस्कृतिक नगरी के रूप में राष्ट्र ऋषी नानाजी देशमुख के उन सपनों को साकार करता हुआ दिखायी देगा, जिसके लिए उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना चित्रकूट में की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 15 हजार करोड़ रुपए से बनने वाले 296 कि0मी0 लम्बे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे से यहां के किसानों की आय दोगुनी होगी। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा तथा बुन्देलखण्ड विकास का माॅडल बनेगा। इसके निर्माण से डिफेंस काॅरिडोर को गति मिलेगी। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनने के साथ ही, डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर नौजवानों को रोजगार प्रदान करेगा। बुन्देलखण्ड का नौजवान अब पलायन नहीं करेगा। यहां पर बनने वाली तोपें दुश्मनों को परास्त करने का कार्य करेंगी।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में हर घर में नल योजना शीघ्र प्रारम्भ होगी, जिससे सभी परिवारों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से बुन्देलखण्ड के किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसके तहत किसानों को 6000 रुपए प्रतिवर्ष मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के 02 करोड़ 05 लाख किसानों के खाते में 11000 करोड़ रुपए सीधे पहुंच चुके हैं। उन्होंने किसान उत्पादक संगठनों के शुभारम्भ और किसान क्रेडिट कार्ड की चर्चा करते हुए कहा कि इनसे सभी किसानों के सपने साकार होंगे।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे इस क्षेत्र की तकदीर बदलने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार द्वारा 15 लाख करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। जो किसान समय पर ऋण वापस कर देंगे उन्हें मात्र चार प्रतिशत ही ब्याज देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कृषि व ग्रामीण विकास के लिए 03 लाख करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था की है तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का भी कार्य किया गया है।
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का 40 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, कैलाश चैधरी, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नन्दी’, श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल ‘मन्नू कोरी’, लोक निर्माण राज्यमंत्री चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना तथा यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे 4-लेन का होगा, जिसे भविष्य में 6-लेन का किया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे में 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर तथा 214 अण्डरपास का निर्माण किया जाएगा। इसकी संरचनाएं 6-लेन चैड़ाई की बनायी जाएंगी।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड क्षेत्र आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे एवं यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से त्वरित एवं सुगम यातायात के काॅरिडोर से जुड़ जाएगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड क्षेत्र का सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेस-वे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों की ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण भी सम्भव होगा। परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।