नईदिल्ली। राजीव चौधरी ने गत शनिवार को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार संभाला। बताते चलें कि चौधरी, महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे के साथ ही साथ महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे का अतिरिक्त कार्यभार भी देखेगें। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद चौधरी ने उत्तर रेलवे, प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में आज एक बैठक में प्रारूपशाला और समयपालनबद्धता की समीक्षा की। ज्ञात हो कि राजीव चौधरी भारतीय रेलवे अभियांत्रिकी सेवा के वर्ष 1981 बैच के भारतीय रेलवे के अधिकारी हैं। उनके पास परिचालन और अनुरक्षण, नियोजन, डिजाइनों के कार्य करने, रेलवे व मैट्रो में बडे स्तर की नागरिक परियोजनाओं के अनुरक्षण, नीति-नियमन की कार्य योजना बनाने, उसे शुरू करने और उसकी निगरानी करने सहित रेल यातायात के सभी क्षेत्रों में कार्य करना का 33 से अधिक वर्षों का व्यापक और गहन अनुभव है। राजीव चौधरी ने बड़ी संख्या में रक्षा और प्रशिक्षण कार्मिकों का नियंत्रण और अवलोकन सहित कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। वे वर्ष 2001 से वर्ष 2006 तक दिल्ली मेट्रो द्वारा तैयार किए गए पहले भूमिगत सेक्शन कश्मीरी गेट से केंद्रीय सचिवालय तक के मेट्रो रेल सेक्शन के निर्माण और शुरू में वरिष्ठ स्तर पर सहयोगी रहे। बाद में, वे पूरे देश में मेट्रो रेलवे के त्वरित विस्तार के लिए बनाई गयी नीतियों और प्रक्रियाओं के निर्माण का भी हिस्सा रहे है। चौधरी ने भोपाल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य सतर्कता अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर जैसे प्रमुख और चुनौतीपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने हबीबगंज स्टेशन के पुर्नविकास की पीपीपी परियोजना के सबसे पहले सफल एंगेजमेंट में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने रेल मंत्रालय में परामर्शदाता व स्टेशन विकास के पद पर कार्य किया। उन्हें पीसीबीपी मार्ग पर रेल के पुर्नविकास के रूप में चुनौतीपूर्ण कार्य सौंपा गया था।
महाप्रबंधक ने लाइफलाइन एक्सप्रेस में नि:शुल्क ओपीडी सेवाओं का किया शुभारंभ
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, इस रेलवे ने कुंभ -2019 के सफल आयोजन सहित कई उप्लब्धियाँ हासिल की।