कश्मीर के 16 मजदूर सिसवा चीनी मिल में फंसे, वापस भेजे जाने की कर रहे गुहार


मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। महराजगंज के सिसवा शुगर मिल में  काम करने वाले जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले के 16 मजदूर लॉक डाउन होने के कारण फंस गए है। ऐसे में जब कि प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरो को उनकी राज्य सरकार की अनुमति के बाद उनके मूल निवास स्थान पर भेजने और लाये जाने की घोषणा किया है तो उन्हें भी आशा हो गयी है कि प्रदेश सरकार उनकी सुध लेगी। वे सभी घर लौटना चाहते है। सिसवा शुगर मिल में काम करने आये कश्मीर के कुलगाम जिले के सब्जार अहमद, गुल मोहम्मद शेख ,जावेद अहमद, मोहम्मद मकबूल शेख आदि कुल 16 मजदूर ,सिसवा शुगर मिल कालोनी में रुके हुए है। मिल बंद हो जाने और लॉक डाउन होने की वजह से कश्मीर अपने वतन जाने से भी वंचित हो गए है।कम पढ़े लिखे होने से उन लोगो को प्रशासन से संपर्क कर अपनी जानकारी भी दे पाना मुश्किल हो गया है।शुगर मिल प्रबंधन ने भी इनके विषय मे कोई जानकारी जिला प्रशासन को नही दिया है। जबकि मजदूर जावेद का कहना है कि वे लोग हर साल सीज़न में आते है और मिल में चीनी लोडिंग ,अनलोडिंग का काम करते है। इन लोगो ने मजदूर संगठन सीटू से मदद मांगी, तो बस्ती जनपद के मजदूर नेता और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कामरेड के के त्रिपाठी ने इनकी सूची जिलाधिकारी महाराज गंज को सूचना व आवश्यक मदद किये जाने की अपील ट्विटर पर किया ।इसी के साथ एडीएम महाराज गंज को मेल किया। फिलहाल अभी तक जिला प्रशासन इनके संपर्क में नही आ सका है। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि यदि जम्मू-कश्मीर की सरकार से अपने नागरिकों को बुलाने की सहमति दिला दें तो उन मजदूरों की वापसी आसान हो जाएगी।